पहले टेस्ट मैच में मेज़बान इंग्लैंड का पलड़ा भारी, टेस्ट में बेस्ट को मिलेगी विराट चुनौती !

इंग्लैंड और भारत के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज़ अगस्त के पहले दिन बर्मिंघम के एजबैस्टन से शुरू होने जा रही है। भारत फ़िलहाल नंबर-1 की कुर्सी पर तो बरक़रार है और इस सीरीज़ में ख़राब प्रदर्शन भी शायद टीम इंडिया को टॉप से नहीं हटा पाए। लेकिन इसके बावजूद इस टेस्ट सीरीज़ को कोहली एंड कंपनी के लिए बड़े इम्तेहान के तौर पर देखा जा रहा है। बतौर बल्लेबाज़ कोहली का ये दूसरा इंग्लिश दौरा है जब वह टेस्ट सीरीज़ खेलेंगे, पिछली बार कोहली के लिए इंग्लैंड दौरा बेहद निराशाजनक रहा था लिहाज़ा उनपर अच्छे प्रदर्शन का अतिरिक्त दबाव भी होगा।

 

एजबैस्टन से होगा सीरीज़ का आग़ाज़

टी20 सीरीज़ में तो टीम इंडिया ने जीत दर्ज की थी और फिर मेज़बान टीम ने वनडे श्रृंखला में हिसाब बराबर कर लिया था। यानी अब टेस्ट सीरीज़ में होगा दोनों ही टीमों का असली इम्तेहान। 1 अगस्त से शुरू होने वाला ये टेस्ट मैच बर्मिंघम के एजबैस्टन में खेला जाना है, जहां आख़िरकार हालात मेज़बान टीम के पक्ष में जाते दिख रहे हैं। रंगनी कपड़ों में हुई टी20 और वनडे सीरीज़ के दौरान कड़ी धूप और सूखी पिचों ने भारतीय गेंदबाज़ों को ख़ूब मदद की थी। लेकिन बर्मिंघम में पिछले कुछ दिनों में हुई बारिश ने मेज़बान टीम को राहत दी है, पिच पर भी घास और नमी की उम्मीद है जिसका फ़ायदा लाल गेंद से उठाने के लिए जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड की जोड़ी बेक़रार है।

 

बर्मिंघम के आंकड़ों से डर रहे हैं ‘बॉस’

भले ही विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया टेस्ट की बॉस हो लेकिन बर्मिंघम टेस्ट से पहले वह डरे हुए हैं। इसकी वजह है एजबैस्टन में टीम इंडिया के बेहद निराशाजनक आंकड़े, इस मैदान पर भारतीय क्रिकेट टीम ने अब तक कुल 6 टेस्ट मैच खेले हैं लेकिन इनमें कभी भी भारत को जीत नहीं मिली है। 6 में से 5 बार टीम इंडिया ने हार का सामना किया है जिसमें से 3 बार भारत को पारी की शर्मनाक हार मिली है। जो एक टेस्ट इस मैदान पर टीम इंडिया ड्रॉ करने में क़ामयाब रही थी वह 1986 का टेस्ट था, जिसमें चेतन शर्मा ने पहली पारी में 4 और दूसरी पारी में 6 विकेट झटके थे। इन आंकड़ों को देखकर डर लगना लाज़िमी है, लेकिन कोहली एंड कंपनी की नज़र इसे पीछे छोड़ते हुए इतिहास रचने पर होगी।

 

भारत के सामने है मज़बूत इंग्लिश दीवार

इंग्लैंड का प्रदर्शन बर्मिंघम में तो शानदार है ही साथ ही साथ उन्हें जिस बल्लेबाज़ से सबसे ज़्यादा डर लग रहा है वह हैं एलेस्टेयर कुक। कुक के लिए ये मैदान किसी सपने से कम नहीं है, 2011 में टीम इंडिया के ख़िलाफ़ कुक ने 294 रनों की मैराथन पारी खेली थी और इंग्लैंड को पारी और 242 रनों से जीत दिलाई थी। इतना ही नहीं पिछली बार भी जब कुक इस मैदान पर बल्लेबाज़ी करने आए थे तो उन्होंने एक और दोहरा शतक जड़ा था। इस बार उनके सामने विंडीज़ की सेना थी, एलेस्टेयर कुक ने बर्मिंघम में कुल 9 टेस्ट खेले हैं जिनमें उनके नाम 2 शतक (दोनों ही दोहरे शतक) और 2 अर्धशतकों के साथ 856 रन हैं।

ज़ाहिर है इन आंकड़ों को देखने के बाद भारतीय क्रिकेट फैंस और टीम इंडिया परेशान ज़रूर होगी लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं कि विराट कोहली की कप्तानी वाली ये टीम इंडिया इतिहाच रचने के क़ाबिल भी है।

Leave a comment